● चैत्र नवरात्रि के चौथे दिन मां स्कंदमाता की पूजा तीन शुभ योगों में होगी
● आयुष्मान योग के साथ सर्वार्थ सिद्धि और रवि योग का भी संयोग
● बुधवार व्रत के अवसर पर गणपति पूजा से बुध दोष होगा समाप्त
Skandamata Puja: आज चैत्र नवरात्रि का चौथा दिन है, जिसमें मां स्कंदमाता की पूजा का विशेष महत्व है। पंचमी तिथि के कारण भक्त आज देवी स्कंदमाता की आराधना करेंगे। मां स्कंदमाता का स्वरूप करुणामयी और दिव्य आभा से युक्त है। उनकी गोद में भगवान कार्तिकेय विराजमान होते हैं, जिन्हें स्कंद कुमार भी कहा जाता है। यह देवी संतान प्राप्ति और सुख-समृद्धि प्रदान करने वाली मानी जाती हैं। पूजा के दौरान केले का भोग विशेष रूप से अर्पित किया जाता है।
आज चैत्र शुक्ल पंचमी तिथि है, जिसमें तीन शुभ योगों का संयोग बन रहा है।
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आयुष्मान योग
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सर्वार्थ सिद्धि योग (पूरे दिन)
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रवि योग (सुबह 06:10 से 08:49 बजे तक)
इसके अलावा आज बुधवार व्रत भी है, जो भगवान गणेश की पूजा के लिए समर्पित है। बुधवार के दिन गणपति बप्पा को दूर्वा, अक्षत, सुपारी, पान, सिंदूर, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करने से विशेष लाभ मिलता है। पूजा के अंत में मोदक और लड्डू का भोग लगाना शुभ माना जाता है। गणेश पूजा में तुलसी का उपयोग वर्जित है। साथ ही, ‘ओम गं गणपतये नमो नमः’ मंत्र का जाप करने से समस्त विघ्नों का नाश होता है। बुधवार को हरे रंग के वस्त्र धारण करना और हरी वस्तुओं का दान करने से कुंडली का बुध दोष समाप्त हो सकता है।
चैत्र नवरात्रि के चौथे दिन के शुभ मुहूर्त
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सर्वार्थ सिद्धि योग: पूरे दिन
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रवि योग: 06:10 AM – 08:49 AM
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अमृत काल: 06:39 AM – 08:06 AM
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विजय मुहूर्त: 02:30 PM – 03:20 PM
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ब्रह्म मुहूर्त: 04:38 AM – 05:24 AM